Wednesday, 25 March 2009

प्रेम


प्रेम यदि मिलन है तो,
प्रेम जुदाई भी है।
प्रेम यदि आगमन है तो,
प्रेम विदाई भी है।
प्रेम यदि पाना है तो,
प्रेम प्रतीक्षा भी है।
प्रेम यदि परिणाम है तो,
प्रेम परीक्षा भी है।
प्रेम यदि पाना है तो,
प्रेम कुछ खोना भी है।
प्रेम यदि हँसना है तो,
प्रेम कभी रोना भी है।
प्रेम यदि ईश्वर है तो,
प्रेम सच्ची आस्था भी है।
प्रेम यदि लक्ष्य है तो,
प्रेम वहाँ का रास्ता भी है।
प्रेम यदि सर्वस्व समर्पण है तो,
प्रेम सम्पूर्ण अधिकार भी है।
प्रेम यदि मीठे बोल हैं तो,
प्रेम कभी तकरार भी है।
प्रेम यदि इच्छा पूर्ति है तो,
प्रेम त्याग भी है।
प्रेम यदि सांसारिकता है तो,
प्रेम बैराग भी है।
प्रेम यदि जादू है तो,
प्रेम यही मंत्र हर बार है,
प्रेम यदि जीवन है तो,
प्रेम बस एक बार है।

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